सरकारी स्कूलों में दोपहर के भोजन (मिड-डे मील) का भत्ता अब केवल उन्हीं छात्रों को मिलेगा जो स्कूल आएंगे। सात मार्च से इस व्यवस्था के अनुसार ही छात्रों को भत्ता दिया जाएगा। इससे पहले प्राथमिक व जूनियर हाई स्कूलों में पंजीकृत सभी छात्रों को मिड-डे मील का लाभ मिलता था। प्रदेश में कक्षा एक से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को जनवरी व फरवरी का 21 दिनों का खाद्य सुरक्षा भत्ता दिया जाएगा। राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी ने समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए निर्देश में कहा कि स्कूलों में उपस्थिति के आधार पर छात्र-छात्राओं को भत्ता दिया जाए।
मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून डा. मुकुल कुमार सती ने बताया कि 16 जनवरी 2022 से 31 जनवरी 2022 को कोरोना संक्रमण के एकाएक बढ़ने के कारण सभी स्कूलों को बंद करने का शासनादेश जारी किया गया था। जिसके बाद शासन के चार फरवरी 2022 के आदेश पर कक्षा एक से 9वीं तक के समस्त शिक्षा बोर्डों के शिक्षण संस्थानों को भौतिक रूप से 7 फरवरी 2022 से पठन-पाठन के लिए खोले जाने की अनुमति दी गई। इसलिए पहली से चार फरवरी तक सभी छात्रों को खाद्य सुरक्षा भत्ता (एफएसए) का लाभ दिया जाएगा। सात फरवरी से केवल स्कूल आने वाले छात्रों को ही इसका लाभ मिलेगा।
आदेश में कहा गया कि छात्र-छात्राओं को अगले आदेश तक पका पकाया भोजन न दिया जाए, लेकिन जो स्कूल प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (पीएम घोषणा) के दायरे में आ रहे हैं, उन स्कूलों के छात्र-छात्राओं को खाद्य सुरक्षा भत्ता दिया जाना है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में कक्षा एक से कक्षा 8 वीं तक के छात्र-छात्राओं को 21 दिनों का खाद्य सुरक्षा भत्ता दिए जाने के लिए निर्देशित किया गया।
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