उत्तराखंड के हल्द्वानी बाल संप्रेक्षण गृह में किशोरी के आरोपों का सच सामने आ गया है। विभागीय जांच में इस बात का खुलासा हुआहै कि संप्रेषण गृह में रह रही किशोरी अपने घर जाना चाहती थी, जिसके लिए उसके द्वारा दुष्कर्म की झूठी कहानी रची गई थी।
हल्द्वानी बाल संप्रेक्षण गृह की किशोरी द्वारा विभागीय अधिकारियों पर लगाए गए दुष्कर्म के आरोप जांच में झूठे पाए गए हैं। जिसके बाद विभागीय मंत्री रेखा आर्य ने अनुसेवक और होमगार्ड के निलंबन को निरस्त कर दिया है।
बता दें कि हाल ही में हल्द्वानी स्थित सम्प्रेषण गृह में रह रही किशोरी ने विभागीय अधिकारियों पर अपने साथ दुष्कर्म की जानकारी दी थी। जिसके बाद मंत्री रेखा आर्या ने विभागीय स्तर पर एक जांच कमेटी का गठन किया था। साथ ही सम्प्रेषण गृह में कार्यरत अनुसेवक और होमगार्ड को तत्काल प्रभाव से निलंबित भी कर दिया था। वहीं पूरे मामले की पुलिस के स्तर से भी जांच की जा रही थी। अब जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद मंत्री आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे मामले की महिला कल्याण विभाग व पुलिस विभाग के द्वारा जांच की गई, जिसमें किशोरी द्वारा लगाए गए दुष्कर्म के आरोप झूठे पाए गए हैं। जिसके बाद संप्रेक्षण गृह की महिला कर्मचारी को निर्दोष पाते हुए नियुक्ति पर बहाल कर दिया है।
More Stories
उत्तराखंड: अप्रैल और मई महीने में गर्मी सताएगी, मैदान से लेकर पहाड़ तक चढ़ेगा पारा
मौसम अपडेट : उत्तराखंड में मौसम 17 मार्च तक रहेगा खराब
रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा, हादसे में तीन युवकों की मौके पर मौत