मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में जोशीमठ में चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जोशीमठ में भू-धसांव के कारणों को लेकर सभी तकनीकी संस्थानों एवं वैज्ञानिकों की रिपोर्ट आते ही आगे की योजना पर तेजी से कार्य किया जाए। जोशीमठ के भूधंसाव क्षेत्र के अध्ययन की फाइनल रिपोर्ट के बाद ट्रीटमेंट के कार्य तेजी से सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्थापन के लिए वहां के लोगों से मिलकर सुझाव लिये जाएं। जिलाधिकारी चमोली स्थानीय लोगों से सुझाव लेकर शासन को रिपोर्ट जल्द से जल्द भेजें।
जोशीमठ में तात्कालिक राहत शिविरों की व्यवस्था, प्री फेब्रीकेटेड ट्रांजिट शेल्टर, स्थायी पुनर्वास, नए स्थानों का विकास, आवास निर्माण, मूल सुविधाएं, मसलन स्कूल, कॉलेज, ड्रेनेज, सीवरेज, जोशीमठ का पुनर्निर्माण, विस्तृतक तकनीकी जांच, भूस्खलन की रोकथाम, संपूर्ण जल निकासी व्यवस्था, शहर में सीवर लाइन की व्यवस्था सभी घरों को सीवर लाइन जोड़ने के कार्य होने हैं। इन सभी सुविधाओं के विकास के लिए मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री सहायता का अनुरोध किया।
- दरारें बढ़ने पर नृसिंह मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार के आयोजन/गतिविधि पर लगी रोक
- लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस पर गरजी जेसीबी। प्रशासन की टीम कर रही ध्वस्तीकरण की निगरानी
- जीएमवीएन का गेस्ट हाउस टूटा तो कहां रहेंगे वैज्ञानिक और प्रशासनिक अफसर। प्रशासन क्या कर रहा वैकल्पिक इंतजाम।
- मुख्यमंत्री जोशीमठ देहरादून में भू धंसाव पर बैठक ली।अभी तक की कार्रवाई का ब्योरा लेकर राहत के इंतजाम बढ़ाने पर हुई बात।
- भगवान बदरीनाथ के खजाने को पीपलकोटी शिफ्ट करने में लगेगा समय। प्रबंधन पीपलकोटी में पहले पुख्ता करेगा सुरक्षा व्यवस्था।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम, अपर सचिव सविन बंसल, आनन्द श्रीवास्तव एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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