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उत्तराखंड में आज इगास पर्व , सीएम धामी और गृहमंत्री अमित शाह ने दी बधाई


उत्तराखंड का लोक पर्व इगास प्रदेश भर में आज शुक्रवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री आवास पर भी इस उपलक्ष्य में उत्सव होगा। भाजपा बूथ स्तर तक इगास पर्व मनाएगी। पार्टी ने प्रवासियों से पैतृक गांवों में पहुंचकर इगास मनाने का आह्वान किया है।

गृहमंत्री अमित शाह ने अपने संदेश में कहा है कि उत्तराखंड के सभी भाइयों-बहनों को इगास की हार्दिक शुभकामनाएं। देवभूमि उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति, सभ्यता तथा लोक कला को समर्पित यह पर्व सभी के जीवन में सुख-शांति, सौभाग्य और नई ऊर्जा का संचार करे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अपने संदेश में प्रदेशवासियों को इगास की शुभकामनाएं दीं और लोगों से पैतृक गांव में पहुंचकर पर्व मनाने की अपील की। शुक्रवार को सभी सरकारी विभागों व दफ्तरों में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, इगास पर्व को लोकप्रिय बनाने वाले राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने प्रदेशवासियों को इगास पर्व की शुभकामनाएं दी हैं।

पोस्ट में उल्लेख किया गया है कि बूढ़ी दीवाली और इगास को प्रोत्साहन देने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। इगास मनाते हुए सेल्फी लेते हुए इसे सूचना विभाग को भेजने पर तीन विजताओं को प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। सरकार विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार प्रदान करेगी।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने अपने संदेश में कहा कि यह पर्व प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली लाए। यह त्यौहार उत्तराखंड की लोक संस्कृति का प्रतीक है। यह पूर्वजों की धरोहर व पर्वतीय संस्कृति की विरासत है। राज्यपाल ने कहा कि हमें अपने लोकपर्व व संस्कृति को संरक्षित रखने की आवश्यकता है।

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि यह पर्व सभी के जीवन में नया प्रकाश लेकर आए और प्रदेश सदा सुख, समृद्धि और सौभाग्य से आलोकित रहे।

इगास पर्व को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। कई क्षेत्रों में मान्यता है कि भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास से अयोध्या लौटने की सूचना 11 दिन बाद मिलने के कारण दिवाली के 11वें दिन पर्व मनाया जाता है। वहीं कई जगह कहा जाता है कि वीर माधो सिंह भंडारी तिब्बत युद्ध पर गए थे और दिवाली तक लौटे नहीं। ऐसे में क्षेत्र में दिवाली नहीं मनाई गई। इसके बाद वीर माधो सिंह भंडारी दिवाली के 11वें दिन युद्ध जीतकर लौटे तो उनके लौटने की खुशी में क्षेत्रभर में धूमधाम से दिवाली मनाई गई।

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