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कैबिनेट मंत्री ने उठाई कांवड़,  ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का संदेश लेकर पैदल यात्रा पर निकलींं


बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के संदेश एवं लैंगिक असमानता को खत्म करने के संकल्प के साथ आज उत्तराखंड की महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कांवड़ यात्रा निकाली। हरिद्वार में हर की पैड़ी से 25 किलोमीटर की पैदल कावंड यात्रा ऋषिकेश में संपन्न होगी।

इस यात्रा का उद्देश्य शिव की पूजा के साथ-साथ शक्ति की पूजा करना भी था और इसी उद्देश्य को देखते हुए उन्होंने सावन के महीने में कावड़ यात्रा के दौरान महिला सशक्तिकरण के लिए कांवड़ यात्रा करने का बीड़ा उठाया। यह अद्भुत तरह की पहली कावड़ यात्रा है।

आज सुबह कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य हरकी पेडी ब्रह्मकुंड में पहुंची, जहां उन्होंने विधान के साथ गंगा जी की पूजा-अर्चना की और भगवान शिव का अभिषेक किया।

उन्होंने हर की पैड़ी की प्रबंध कारिणी सभा और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महाराज और अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय संरक्षक महंत हरि गिरि महाराज के पावन सानिध्य में गंगा के पावन तट पर कावड़ यात्रा का शुभारंभ किया।

मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि लैंगिक असमानता को खत्म करने को लेकर सरकार ने संकल्प लिया है। सावन के इस पवित्र महीने में एक संदेश उन माता-पिता और समाज को दिया जाए जो लड़कियों को लेकर इस तरह की सोच रखते हैं। इसलिए हमनें अपने संकल्प का नाम भी ‘मुझे भी जन्म लेने दो, शिव के माह में शक्ति का संकल्प’ दिया है।

उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ी बहनों और विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि वह इस संकल्प को पूरा करने में अपना सहयोग करें। इस संकल्प यात्रा में बड़ी संख्या में बहनें पहुंची हैं। सभी को यह कहा गया है कि आंगनबाड़ी बहनें व विभागीय अधिकारी, कर्मचारी अपने-अपने नजदीकी शिवालयों में जलाभिषेक करें और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के इस संकल्प को पूरा करें।

बेटियों को गर्भ में ही मार देना या फिर भ्रूण का परीक्षण कराना एक दंडनीय अपराध है, लेकिन फिर भी अमूमन यह देखने में आया है कि इस तरह के कृत्य अभी भी चोरी छिपे कुछ पैथोलॉजी, नर्सिंग होम व अस्पताल करते हैं।

जो भी व्यक्ति इस तरह के कृत्य करने वालों की सूचना विभाग को टोल फ्री नंबर 181 पर देगा उनके नाम को गोपनीय रखते हुए उसे ईनाम दिया जाएगा। वहीं गलत काम करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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