दो दिन के व्यवधान के बाद केदारनाथ और यमुनोत्री धाम की यात्रा पटरी पर लौट आई। दोनों ही धामों में पूरे दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। हेली सेवाएं निर्बाध संचालित होने से भी श्रद्धालुओं को राहत मिली। अब तक चारधाम यात्रा पर 10 लाख 14 हजार 871 यात्री पहुंचे हैं।
यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का जबरदस्त उत्साह दिखा
बीते दो दिनों से मौसम ने केदारनाथ यात्रा में खलल डाला। हालांकि दोनों दिन सुबह सोनप्रयाग और गौरीकुंड से यात्री केदारनाथ के लिए रवाना हुए किंतु मौसम खराब होने के कारण यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने सुबह 10 बजे बाद सोनप्रयाग से यात्रियों को आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई। बुधवार को केदारनाथ धाम से लेकर गौरीकुंड सोनप्रयाग तक मौसम पूरी तरह खुला रहा।
पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने का रहता खतरा
इनके पैदल ट्रैक पर पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने के खतरे को देखते हुए सुबह के वक्त ही यात्रा चल पा रही थी। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं को पड़ावों पर रोका गया था। धुंध की वजह से केदारनाथ के लिए हवाई उड़ान भी नहीं हो पाई।
केदारनाथ पैदल मार्ग पर जाम की स्थिति से निपटने और यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए घोड़े खच्चर के लिए सोनप्रयाग से मुनकटिया, गौरीकुंड तक करीब चार किलोमीटर लंबा पैदल मार्ग पुर्नस्थापित कर दिया गया है। जिन यात्रियों ने अपने टिकट बुक करा लिए हैं और उत्तराखंड पहुंच चुके हैं, उनके लिए एसडीआरएफ के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कराया जा रहा है। बुधवार को ऋषिकेश में पर्यटन और एसडीआरएफ ने 700 ऑनलाइन पंजीकरण कराए। ये भी सुनिश्चित कराया जा रहा है कि इन पंजीकरण का दुरुपयोग न हो।
चारधाम में यात्रियों की संख्या
- धाम——-25 मई——-अब तक
- यमुनोत्री—–9697——149596
- गंगोत्री——-9869——200351
- बदरीनाथ–11394——329790
- केदारनाथ–14301—–335134
- हेमकुंड——-1458———9808
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