त्योहारी सीजन में बस और रेल यात्रियों के बीच सीटों के लिए मारामारी हो रही हैं। बसों और ट्रेनों के लिए सीटें के लिए यात्रियों को काफी संघर्ष करना पड़ा है।देहरादून,हल्द्वानी, हरिद्वार, रुड़की, काशीपुर, रुद्रपुर शहरों में यात्रियों की संख्या के आगे बसें भी कम हो गई हैं। जबकि, मैदानी इलाकों से पर्वतीय रूटों पर जाने वाली सवारियों की संख्या में इजाफा होने से मुसाफिरों को सीटों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। देहरादून-दिल्ली, हरिद्वार-दिल्ली, हल्द्वानी-दिल्ली सहित पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंड़ीगढ़, हरियाणा आदि राज्यों के लिए बसें भी कम पड़ रही हैं।
दिवाली पर घर जाने वालों की काफी भीड़ रही। हल्द्वानी रोडवेज स्टेशन पर बस में सीट पाने के लिए लोग धक्का-मुक्की करते नजर आए। कोई खिड़की से तो कोई ड्राइवर सीट की तरफ से बस में घुसने का प्रयास करता दिखा। दिल्ली और बरेली जाने वाले यात्रियों की संख्या सबसे ज्यादा होने के चलते इन रूटों पर अतिरिक्त बसें भेजनी पड़ीं। देर शाम तक हल्द्वानी और काठगोदाम डिपो से करीब 19 अतिरिक्त बसें भेजी गईं। यात्रियों की भीड़ के सामने बसों की संख्या कम पड़ती नजर आई।
हल्द्वानी डिपो के सहायक महाप्रबंधक एसएस बिष्ट ने बताया कि मंगलवार को भी सोमवार की अपेक्षा दोगुनी भीड़ बढ़ने का अनुमान लगाया गया था। इसे देखते हुए पहले से ही अतिरिक्त बसों को तैयार रखा था। सामान्य दिनों में हल्द्वानी से दिल्ली के लिए 25 बसों का संचालन होता है। लेकिन मंगलवार को 10 अतिरिक्त बसें भेजी गईं। बरेली के लिए 5 बसें भेजी जाती है, जबकि मंगलवार को कुल 14 बसें भेजी गईं। देहरादून सहित अन्य रूटों पर भी बसें फुल होकर रवाना हुईं। दिल्ली से आने वाले यात्रियों की भीड़ भी ज्यादा रही। उन्होंने बताया कि बुधवार को भी अधिक भीड़ रहने की संभावना है। इसे देखते हुए अतिरिक्त बसें तैयार की गई हैं।
हल्द्वानी से बरेली जाने वाले बुजुर्ग रामपाल यादव और टीकाराम यादव ने बताया कि वह रोडवेज स्टेशन पर सुबह आठ बजे पहुंच गए थे। मगर बस में भीड़ अधिक होने से वह चढ़ नहीं पाए। बुजुर्ग होने और हाथ में सामान होने के कारण उन्हें गिरने का भय बना हुआ था। जिससे वह भीड़ से बच रहे थे। पांच घंटे इंतजार के बार उन्हें बस में सीट मिल सकी।
बुजुर्गों को नहीं मिली सीट
बसों में चढ़ने को लेकर यात्रियों के बीच धक्का-मुक्की होती दिखी। इससे महिलाओं और बुजुर्गों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई बुजुर्गों और महिलाओं को बसों में सीट नहीं मिल पा रही थी।
छह सूत्रीय मांगों को लेकर रोडवेज इंप्लाइज यूनियन से जुड़े कुछ कर्मचारियों ने कार्यबहिष्कार किया। जिससे बसों के संचालन में खासी दिक्कतें हुईं। यात्रियों की भीड़ को देखते हुए बसों की संख्या में बढ़ोतरी की गई।
दिवाली पर घर जाने के लिए मंगलवार को रोडवेज स्टेशन में टनकपुर की बस में सीट पाने को लोगों को इस तरह करनी पड़ी जद्दोजहद।
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