बुद्ध पूर्णिमा स्नान पर धर्म नगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। भोर से ही हर की पैड़ी समेत आसपास के गंगा घाटों पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान और दान पुण्य करने से मनोकामना पूरी होती है। विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस बार साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लग रहा है, हालांकि स्थानीय स्तर पर इसका असर नहीं है।
हिंदू पंचांग के अनुसार इसी पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था और इसी तिथि को कठिन साधना के बाद बुद्धत्व प्राप्त किया था। भगवान बुद्ध भगवान विष्णु के नौवें अवतार हैं। बुद्ध पूर्णिमा पर्व के दौरान हरिद्वार में ललतारो पुल से शिवमूर्ति तक के क्षेत्र को जीरो जोन बना दिया गया है। इस क्षेत्र में कोई भी विक्रम/आटो रिक्शा/टैक्सी गाड़ी नहीं चल रही है।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुद्ध पूर्णिमा पर उपलक्ष पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। सीएम ने कहा कि भगवान बुद्ध के करुणा, अहिंसा और समानता का संदेश मानवता के लिए प्रकाश स्तंभ के रूप में काम रहे हैं। गौतम बुद्ध के उपदेश हर परिस्थिति और काल में प्रासंगिक है। उनकी दी गई शिक्षा हमें संयम से आगे बढ़ने का संदेश देती है। महात्मा बुद्ध के विचार व जीवन मूल्य एक बेहतर समाज और राष्ट्र निर्माण के लिए हमेशा मार्गदर्शक रहेंगे।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेश वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध ने विश्व को मानवता को प्रेम, सत्य, अहिंसा, शांति व सेवा का संदेश दिया है। भगवान बुद्ध का प्रेम सहनशीलता एवं करुणा का संदेश वर्तमान में भी प्रासंगिक है।
रविवार को दिल्ली-देहरादून हाईवे पर 18 घंटे तक 60 हजार वाहनों के आवागमन को पूरी तरह से सुचारु रखने के लिए यातायात पुलिस जूझती रही। कई साल बाद हाईवे पर इस तरह से वाहनों का सैलाब देखने को मिला है। आगे भी ऐसा ही रहा तो फोरलेन हाईवे को जल्द ही सिक्स लेन न करना पड़ जाए।


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