शनिवार की रात को मुनस्यारी क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते आठ हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित बौना गांव के पास पहाड़ दरक गया। पहाड़ का मलबा गांव के निचले हिस्से में बहने वाली पेना नदी पर गिरा। मलबे ने पेना नदी का प्रवाह रोक दिया है। इस स्थान पर झील बन चुकी है।
लगातार बढ़ रहा है झील का आकार
नदी में मलबा गिरने से नदी में पानी का रिसाव नहीं हो पा रहा है। जिस कारण झील का आकार बढ़ता ही जा रहा है। इस घटना के बाद से यहां स्थित चार गांवों में दहशत का माहौल है।
घटना की जानकारी जिलाधिकारी को दे दी गई है। जिसके बाद एसडीआरएफ सहित राजस्व दल भेजने की मांग की गई है। बता दें कि क्षेत्र में 42 एमएम से अधिक बारिश होने के कारण पहाड़ दरका था।
विधायक द्वारा जिला प्रशासन और तहसील प्रशासन को इसकी सूचना देते हुए तत्काल नदी के प्रवाह को सुचारु करने को कहा है। इस स्थान से नीचे की तरफ लोदी, टांगा, भिकुरिया घाट , दानीबगड़ और सेराघाट आते हैं। सेराघाट जौलजीबी मुनस्यारी मार्ग से लगा हुआ है।
पेना गाड़ बौना के ऊपर पहाड़ से निकलती है। यह नदी आगे चल कर छिपलाकेदार से निकलने वाली नदी पर मिलती है, जिसे सेरा नदी कहा जाता है। सेराघाट के पास यह नदी गोरी नदी में मिल जाता है। इस नदी पर पांच-पांच मेगावाट की जल विद्युत परियोजनाएं भी हैं।
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