उत्तराखंड में कोराना केस लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना पॉजिटि केसों के बढ़ने से एक बार फिर टेंशन हो रही है। चिंता की बात है। कि शुक्रवार को हरिद्वार के जिला अस्पताल का डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव मिला। हैरानी की बात है कि विड- 19 संक्रमण बढ़ने के बाद भी जांच कम हो रही हैं।
एसीएमओ ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले में वैक्सीनेशन के लिए कोवैक्सीन पूरी तरह समाप्त हो गई है। मुख्यालय से एक लाख डोज की मांग की गई है। साथ ही जिला चिकित्सालय, सीएचसी, पीएचसी प्रभारी, उप जिला चिकित्सालयों के प्रभारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने यहां पर हर हाल में कोरोना की रोकथाम के लिए सैंपलिंग तेज कर दें।
पूरे प्रदेश में करीब 300 ही सैंपल प्रतिदिन लिए जा रहे हैं। इसमें अकेले 100 सैंपल दून से ही लिए जा रहे हैं। मरीजों की जांच आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट के जरिए हो रही है। अभी राज्य में किट की कमी के कारण जांच प्रभावित नहीं हो रही हैं। सिर्फ हरिद्वार में आरटीपीसीआर किट समाप्त हो गई हैं। वर्तमान में राज्य में कुल 27 एक्टिव मरीज हैं।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए एसीएमओ को निर्देश दिए हैं। वह अपने स्तर पर सभी प्रभारियों के साथ समन्वय स्थापित कर सैंपलिंग में तेजी लाने की दिशा में प्रयास करेंगे। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं की जाएगी। वैक्सीनेशन के लिए भी जल्द मुख्यालय से डोज मिलने की संभावना है।
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