लगातार धंसते जा रहे जोशीमठ को बचाने के लिए सरकार दो एक्शन प्लान बनाएगी। सरकार ने इसके लिए एक टीम जोशीमठ भेजी है, जो सभी पहलुओं पर अध्ययन के बाद अपनी रिपोर्ट देगी। जोशीमठ में लगातार हो रहे भू-धंसाव से मकानों, दीवारों और सड़कों में दरारें बढ़ने लगी हैं। लोगों के घरों के नीचे से पानी निकलने लगा है।
जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। राज्य सचिवालय में होने वाली इस बैठक में जोशीमठ में प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और नगर के पुनरोद्धार कार्ययोजना पर बड़े निर्णय हो सकते हैं।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के नेतृत्व में पार्टी की 14 सदस्यीय टीम शुक्रवार को जोशीमठ पहुंचेगी। टीम के सदस्य प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे और प्रभावितों से भी मिलेंगे। कोठारी के मुताबिक, पार्टी की टीम दो दिन जोशीमठ में ही रहेगी।
मुख्यमंत्री शनिवार को जोशीमठ ग्राउंड जीरो पर जाकर हालात का जायजा लेंगे। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा को एक विशेषज्ञ दल गठित कर प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर अध्ययन करने के निर्देश दिए थे।
बता दें कि जोशीमठ में भवनों, सड़कों और खेतों में आ रही दरारें और कुछ स्थानों पर पानी रिसने की घटना से क्षेत्र के लोग दहशत में है। जिला प्रशासन के निर्देश पर लोगों का सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी पुनर्वास किया जा रहा है।
माना जा रहा है कि बैठक में जोशीमठ के आपदा प्रबंधन के रोडमैप पर चर्चा हो सकती है। फैसले लेने के बाद मुख्यमंत्री शनिवार को जोशीमठ पहुंचेंगे और वहां भेजे गए विशेषज्ञ दल, जिला प्रशासन और जोशीमठ बचाओ अभियान से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री प्रभावित इलाकों का दौरा भी करेंगे और प्रभावित परिवारों से भी मिलेंगे।
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