उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में एक बार फिर से चोराबाड़ी से तीन किमी ऊपर बर्फ का पहाड़ खिसकने की घटना सामने आई है। आज यानी शनिवार सुबह छह बजे हिमालय क्षेत्र में केदारनाथ मंदिर के पास हिमस्खलन होने की यह घटना हुई। ग्लेशियर से बर्फ का पहाड़ भरभरा कर गिर गया। राहत की बात ये है कि इस एवलांच यानी हिमस्खलन में केदारनाथ मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ। श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इसकी जानकारी दी।
भूस्खलन के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। पुलिस-प्रशासन की ओर से संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही तीर्थ यात्रियों को एहतियात बरतने की भी सलाह दी जा रही है। आपको बता दें कि वर्ष 2013 में केदार वैली में चोराबाड़ी झील के टूटने से मंदाकिनी नदी में बाढ़ आ गई थी। आपदा में हजारों श्रद्धालुओं की जान भी गई थी।
बीती 23 सितंबर को भी मंदाकिनी नदी के उद्गम स्थल चोराबाड़ी से तीन किमी ऊपर हिमालय क्षेत्र में भारी बर्फबारी के चलते ग्लेशियर टूटा था। इस ग्लेशियर पर ताजी बर्फ अधिक जम गई थी जिससे यह टूट गया था। विशेषज्ञ का कहना था कि ये पाउडर ग्लेशियर है। हालांकि उससे भी आसपास के क्षेत्र में किसी नुकसान नहीं हुआ था। विशेषज्ञों ने इसे हिमालय क्षेत्र में होने वाली सामान्य घटना बताया था।
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