नैनीताल में फिर भयंकर भूस्खलन हुआ है। नैनीताल को जोड़ने वाले भवाली मार्ग पर पहाड़ दरकने से आवागमन ठप हो गया। सड़का करीब 30 मीटर हिस्सा खाई में तब्दील हो गया है।
भूस्खलन की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल और एसएसपी पंकज भट्ट ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि पाइंस स्थित पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटने से यह स्थिति पैदा हुई है।
पहाड़ में बारिश आफत बनकर बरस रही है। बारिश से जगह-जगह मार्गों में मलबा आने से 193 मार्ग बंद हो गए हैं। खटीमा में निर्माणाधीन मकान के क्षतिग्रस्त होने से मकान में दो लोग दब गए जबकि अल्मोड़ा जिले के छांतरिया रेंज कार्यालय पर चीड़ का पेड़ गिरने से कार्यालय भवन का 50 प्रतिशत हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।
वहीं, बारिश के कारण चीन सीमा को जोड़ने वाली घट्टाबगड़-लिपुलेख सड़क और तवाघाट-सोबला सड़क तीन दिन से बंद है। इस कारण सीमांत के ग्रामीणों और सुरक्षा एजेंसियों को काफी परेशानी हो रही है।
देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पौड़ी, नैनीताल जैसे जिलों में अगले 24 घंटे में कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं। भारी बारिश को देखते हुए मौसम विज्ञानियों ने येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि 31 जुुलाई तक मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश की संभावना है।
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