श्रावण के पहले दिन से कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है। गुरुवार को कांवड़िए हरकी पैड़ी से गंगा जल लेकर अपने गंतव्य की ओर से निकल पड़े। वहीं पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कावड़ मेला सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी और अधिकारियों की बैठक ली।
गुरुवार से शुरू हुई कांवड़ यात्रा को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा को लोगों के लिए सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए हमने सभी प्रबंध किए हैं। चंपावत के दौरे पर पहुंचे सीएम धामी ने यहां कार्यक्रम में कहा कि इस बार लगभग पांच करोड़ तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। कहा कि हम कांवड़ यात्रियों से प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करने की भी अपील करते हैं।
संपूर्ण मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 32 जोन व 129 सेक्टर में बांटा गया है। हरकी पैड़ी सहित चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मेला क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी दस्ते की दो टीम हर समय मुस्तैद रहेंगी। प्रदेश के एडीजी ला एंड आर्डर वी मुरुगेशन सहित जिला पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने बुधवार दोपहर पुलिस बल को ब्रीफ करते हुए मेला ड्यूटी पर रवाना किया।
डीजीपी ने बुधवार रात मेला क्षेत्र के बैरागी कैंप, सिंहद्वार, शंकराचार्य चौक, बस अड्डा, ज्वालापुर, नीलधारा पार्किंग, रोड़ी बेलवाला क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण में मिली कमियों को प्रशासन एवं अन्य विभागों के साथ समन्वय कर तत्काल दूर करने के निर्देश दिए। पार्किंग स्थलों पर आगमन एवं निकासी द्वार पर पर्याप्त मात्रा में बैरिकेडिंग और पुलिस बल तैनात करने के निर्देश भी दिए। निरीक्षण के बाद डीजीपी ने सीसीआर भवन मेला कंट्रोल में मेला ड्यूटी अधिकारियों की बैठक ली।
उन्होंने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में अर्द्धसैनिक बल एवं पुलिस एवं पीएसी पहुंच चुकी है। मेला क्षेत्र में संवेदनशील और अत्यधिक दबाव वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर अपने विवेक से अतिरिक्त जवानों की तैनाती करेंगे। अधिकारी अपना ड्यूटी स्थान नहीं छोड़ेंगे। डीजीपी ने कहा कि ड्यूटी में किसी भी प्रकार से लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
मेला अवधि में नगर क्षेत्र में अधिक भीड़ को देखते हुए बीमार-घायल व्यक्तियों को ले जाने के लिए दो राफ्ट को रिवर एंबुलेंस बनाया गया है। जो हरकी पैड़ी से ललताराव पुल तक चलेगी। यात्रियों के डूबने की घटनाओं को देखते हुए जल पुलिस की पांच टीमें, जिसमें 19 जल पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। इसके साथ ही एक कंपनी फ्लड दल को भी सात स्थानों पर तैनात किया गया है। वहीं, भीड़ नियंत्रण के लिए घुड़सवार पुलिस की पांच टीम तैनात रहेंगी।
20 से 27 जुलाई तक भारी वाहनों की नो एंट्री
14 जुलाई से 20 जुलाई तक भारी वाहनों का जिले में आवागमन सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक प्रतिबंधित रहेगा। इसके साथ ही 20 जुलाई से 27 जुलाई तक सभी प्रकार के भारी वाहनों का जनपद में आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। कांवड़ मेले के दौरान जनपद में नौ डीजे प्वाइंटस व 13 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।
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