देशभर में केंद्र सरकार द्वारा लाई गई नई सेना भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ का विरोध तेजी से हो रहा है। इस बीच इस विरोध को देखते हुए सेना एक प्रेस कांफ्रेंस कर रही है। अग्निपथ योजना पर सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने कहा, “यह सुधार लंबे समय से लंबित था। हम इस सुधार के साथ युवावस्था और अनुभव लाना चाहते हैं। आज बड़ी संख्या में जवान अपने 30वें वर्ष में हैं और अधिकारियों को पहले की तुलना में बहुत बाद में कमान मिल रही है। हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे।”
लेफ्टिनेंट जनरल पुरी ने आगे कहा कि ‘अग्निवीरों’ को सियाचिन जैसे अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों पर लागू होता है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। देश की सेवा में अपना जीवन कुर्बान करने वाले ‘अग्निवीर’ को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा।
पुरी ने वार्ता में बताया कि इस योजना का लक्ष्य युवाओं को आर्मी में लाना है। उन्होंने बताया कि इस स्कीम की मांग वर्ष 1989 में की गई थी। योजना के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि अग्निवीरों को आम सैनिकों की तरह हीं सारी सुविधाएं मिलेंगी। इसके साथ ही उनका 1 करोड़ का बीमा भी किया जाएगा।
दिसंबर में मिलेगा पहला बैच
अग्निपथ योजना पर लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा ने बताया कि दिसंबर के पहले सप्ताह तक हमें 25,000 ‘अग्निवर’ का पहला बैच मिलेगा और दूसरा बैच फरवरी 2023 के आसपास शामिल किया जाएगा, जिससे 40,000 की भर्ती होगी।
रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुखों से की मुलाकात
अग्निपथ योजना के खिलाफ बढ़ते विरोध के बीच आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मुलाकात की है। बैठक के दौरान इस योजना को जल्द लागू करने और आंदोलनकारियों को शांत करने के तरीकों पर चर्चा की गई। राजनाथ सिंह द्वारा यह लगातार दो दिनों में बुलाई गई दूसरी बैठक है।
वायुसेना ने जारी की भर्ती की डीटेल
बता दें कि आज ही भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ योजना को लेकर भर्ती के लिए सभी डिटेल जारी कर दिए हैं। इस अधिसूचना में बताया गया है कि अग्निपथ सशस्त्र बलों के लिए एक नई एचआर मैनेजमेंट योजना है। इस योजना के माध्यम से शामिल किए गए अग्निवीरों के लिए आयु सीमा 17.5 साल से 21 साल रखी गई है। इन अग्निवीरों को पहले साल 30 हजार, दूसरे 33 हजार, तीसरे 36 हजार और चौथे साल 40 हजार रुपये प्रति महीने वेतन दिया जाएगा।
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