एसटीएफ उत्तराखंड ने बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। खुद को आईएमए(भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून) में प्रशिक्षु सैन्य अधिकारी बताने वाले को गिरफ्तार किया है। आरोपी पूर्व में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सेना में था। साल 2016 में नौकरी पर वापस न आने पर इसे सेना द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया था।
उसके पास से फर्जी कार्ड और कई मुहर मिली है। वह मिलन विहार में किराए के कमरे पर रह रहा है और लोगों को बताता था कि उसकी आईएमए में ट्रेनिंग चल रही है। सेना में भर्ती के नाम पर उसने कई लोगों से रुपये लिए हैं।
एसटीएफ और आर्मी इंटेलीजेंस टीम ने आईएमए के पास पासिंग आउट परेड के समय जयनाथ शर्मा पुत्र उदयराज शर्मा निवासी ग्राम- अड़बढ़ाहा देवीपुर जिला महाराजगंज, उत्तर प्रदेश को संदिग्ध अवस्था में देखा। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए गोपनीय स्थान पर ले जाया गया। आरोपी भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट रैंक के अधिकारी की फर्जी वर्दी पहने हुए था।
सेना से भगोड़े जयनाथ ने यह बात अपने परिजनों से भी छिपाई थी। उसने परिजनों को यह बताया था कि उसकी तीन साल की ट्रेनिंग आईएमए देहरादून में चल रही है और अब वह पास आउट हो जाएगा। शनिवार को भी उसकी मंशा आईएमए में अंदर जाकर पासआउट अफसरों के साथ ग्रुप फोटो में शामिल होकर फोटो परिजनों एवं अन्य लोगों को दिखाकर अफसर बनने की बात बतानी थी।
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