श्री बदरीनाथ धाम में अभिषेक के लिए प्रयुक्त होने वाले तिल के तेल का कलश (गाडू घड़ा) यात्रा 22 अप्रैल शुक्रवार को राजदरबार नरेद्र नगर से आरंभ होगी। 22 अप्रैल सायंकाल को तेल कलश मंदिर समिति के चेला चेतराम धर्मशाला में प्रवास करेगा। 23 अप्रैल को प्रात: से दोपहर तक चेला चेतराम धर्मशाला में श्रद्धालु गाडू घड़ा के दर्शन कर सकेंगे। 23 अप्रैल अपराह्न तेल कलश यात्रा श्रीनगर गढ़वाल प्रस्थान करेगी।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष में आठ मई रविवार को प्रात: छह बजकर 15 मिनट पर खुल रहे हैं।
23 अप्रैल को तेल कलश यात्रा श्रीनगर में प्रवास करेगी 24 अप्रैल को प्रात: दर्शन के पश्चात तेल कलश उमा देवी मंदिर कर्णप्रयाग प्रस्थान करेगा। इसी दिन श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर पहुंचेगा।
चार मई तक तेल कलश गाडू घड़ा श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर में प्रवास करेगा। इस दौरान प्रात: एवं सायंकाल तेल कलश की पूजा अर्चना की जाएगी। पांच मई को गाडू घड़ा (तेल कलश) श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ प्रस्थान करेगा।
छह मई को तेल कलश जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, रावल सहित श्रीयोग बदरी पांडुकेश्वर और सात मई को पांडुकेश्वर से श्री उद्धव एवं कुबेर की डोली के साथ ही गाडू घड़ा तेल कलश श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगा।
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