वन विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी की गला दबाकर हत्या कर दी गई। हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन पुलिस संपत्ति को लेकर हत्या की आशंका जता रही है। मृतक सुरेंद्र जयसवाल वन विभाग से प्रशासनिक अधिकारी के पद से तैनात थे। उनके गले में बैग का फीता मिला है जिससे हत्या की आशंका जताई जा रही है।
पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया है। स्वजन की तहरीर पर डालनवाला कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
डालनवाला कोतवाली निरीक्षक एनके भट्ट के अनुसार आंबेडकर कालोनी तरला आमवाला निवासी हरी सिंह ने बताया कि वह पेशे से मिस्त्री है। पिछले कुछ दिनों से करनपुर बाजार में सुरेंद्र जयसवाल की मकान के ऊपरी मंजिल पर निर्माण कार्य चल रहा है, जबकि प्रथम तल में वह खुद रहते थे। उसने जो भी बताया है उसकी तस्दीक के लिए साथियों को मौके पर बुलाया गया है। साथ ही उनकी पत्नी, बेटियों और भाई से भी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस के अनुसार वह अपने परिवार से अलग रहते थे।
सुरेंद्र जायसवाल इस मकान में अकेले रहते थे। वह आसपास के लोगों से भी ज्यादा मतलब नहीं रखते थे। पुलिस के अनुसार उनकी पत्नी 25 सालों से अलग रह रही है। पत्नी के साथ उनकी बेटी भी रहती है। उनसे इस मकान में कोई मिलने जुलने नहीं आता था। यही कारण है कि इस मकान में हुई हलचल का किसी को पता नहीं चला।
सुरेंद जायसवाल के एक बड़े भाई भी हैं जो इसी शहर में रहते हैं। चौकी प्रभारी करनपुर नवनीत भंडारी ने बताया कि उनका अपने भाई से वर्ष 2018-19 में विवाद हुआ था। इसके बाद से वह अपने भाई से नहीं मिले थे। विवाद संपत्ति को लेकर हुआ था। यह सारी बातें मोर्चरी परिसर में पहुंचे उनके बड़े भाई ने ही पुलिस को बताई है। उनके भाई ने कहा कि सुरेंद्र ने ही उनसे न मिलने की बात कही थी।
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