गढ़वाल के लाल योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर यमकेश्वर और कोटद्वार समेत समूचे गढ़वाल में खुशी की लहर छा गई है। उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर विकासखंड के पंचूर गांव में जन्मे योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जैसे ही उत्तर प्रदेश के 33वें मुख्यमंत्री की शपथ ली, वैसे ही उनके पैतृक गांव पंचूर में परिजन और ग्रामीण झूम उठे।
खुशी में परिजनों और ग्रामीणों ने होली और दीवाली एक साथ मनाई। इससे पूर्व बीते 10 मार्च को भी गांव में जश्न का माहौल रहा, जब चुनाव परिणाम घोषित होने पर भाजपा ने उनके नेतृत्व में स्पष्ट बहुमत हासिल किया। परिजनों और ग्रामीणों का कहना है कि योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बनाएंगे। उत्तराखंड को भी इसका लाभ मिलेगा।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह मे ंशामिल हुए। उत्तराखंड में योगी आदित्यनाथ के पैतृक गांव पंचूर में लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है। उनके दोबारा सीएम बनने पर उनकी मां जहां उत्साहित नजर आई वहीं उनकी बहन भावुक हो गई। बेटे की दोबारा ताजपोशी से उत्साहित मां की आंखों में खुशी के आंसू भी दिखे।
लोक गीतों के बीच चलता रहा नृत्य का दौर
हालांकि शुक्रवार की सुबह से ही ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र से शुभचिंतक यहां पहुंचने शुरू हो गए थे। शपथ ग्रहण समारोह शाम को चार बजे था। योगी के इस घर में दिन में दो बजे से भजन कीर्तन की व्यवस्था की गई थी। गणपति वंदना और पारंपरिक लोक गीतों के बीच नृत्य का दौर चलता रहा।
कमरा तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
जैसे ही शपथ ग्रहण समारोह का वक्त नजदीक आया तो सभी लोग टीवी के आसपास सिमट गए। जैसे ही योगी आदित्यनाथ का नाम मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के लिए पुकारा गया घर का यह कमरा तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके बाद घर के आंगन में पहाड़ी गीतों में परिवार वालों सहित प्रशंसकों ने जमकर नृत्य किया।
बहन शशि पयाल पति के साथ सुबह ही पहुंची मायके
कोठार गांव यम्केश्वर से योगी की बड़ी बहन शशि पयाल अपने पति पूरण सिंह पयाल के साथ सुबह ही मायके आ गई थी। उनकी चचेरी बहन मुन्नी देवी भी यहां पहुंच गई थी। भांजा अनिल रावत और योगी की सबसे बड़ी बहन कोटद्वार निवासी कौशल्या देवी के पति ओम प्रकाश रावत भी दिवस विशेष के गवाह बने। प्रदेश के काबीना मंत्री डा.धन सिंह रावत की पत्नी डा.दीपा रावत, यमकेश्वर के ब्लाक प्रमुख आशा भट्ट भी खुशी मनाने यहां पहुंची। सभी ने योगी की माता सावित्री देवी को गुलाल लगाने के साथ उनका मुंह मीठा किया।
अपने पुत्र की सफलता पर मां है खुश
अपने पुत्र की इस सफलता को अन्य लोग के साथ बांटते हुए मां सावित्री देवी ने कहा कि वह बहुत खुश हैं, मैं ही नहीं बल्कि पूरा गांव और पूरा उत्तराखंड खुश है। उनके भाई मानवेंद्र बिष्ट और महेंद्र बिष्ट ने भी योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री होने पर इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के सुशासन की जीत बताया।
गांव आने का वादा किया है भाई ने
भगवान नीलकंठ महादेव और कुल देवी माता भुवनेश्वरी से भाई योगी की सफलता के लिए प्रार्थना करने वाली उनकी बहन शशि पयाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर योगी आदित्यनाथ के रूप में सुशासन और सत्य की जीत हुई है। उन्होंने बताया कि चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपने भाई से बात की थी। योगी ने उनसे वादा किया कि शपथ ग्रहण करने के बाद समय मिलते ही वह एक बार सबसे मिलने गांव आएंगे।
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