जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने हत्या की आशंका जताई है। कहा कि सर्वानंद घाट पर रात्रि विश्राम नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें मर्यादा सिखाने वाले संत जरा जमीयत-उलमा-ए-हिंद पर भी अपना मुंह खोले। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई को लेकर सर्वानंद घाट पर बैठे हैं।
जूना अखाड़े के महामंडेलश्वर और धर्म संसद के संयोजक यति नरसिंहानंद गिरी, जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की रिहाई का इंतजार सर्वानंद घाट पर चार दिन से कर रहे हैं। उनका कहना है कि वह किसी प्रकार का धरना नहीं दे रहे हैं बल्कि केवल जितेंद्र नारायण सिंह की रिहाई का इंतजार कर रहे हैं।
शनिवार रात उनके साथ रहने वाले हिंदू स्वाभिमान के कार्यकर्त्ताओं ने ऐसे लोग को चिन्हित करके पकड़ने का प्रयास किया तो वो भाग गए। उन्हें भय है उनपर कभी भी हमला हो सकता है।
रविवार को प्रेस को जारी अपनी विज्ञप्ति में उन्होंने कहा है कि उनकी लगातार रेकी की जा रही है। जिससे वह अपनी हत्या की आशंका से भयभीत भी हैं। इसके चलते अब वे और उनके साथी स्वामी अमृतानंद रात को सर्वानंद €घाट पर विश्राम नहीं करेंगे। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्व उनकी लगातार रेकी भी कर रहे हैं।
जबकि रात को उनके साथ बैठे हिन्दू स्वाभिमान के कार्यकर्ताओं ने ऐसे असामाजिक तत्वों को चिन्ह्ति करने की कोशिश की तो वह भाग गए। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि वो इस बात से बिल्कुल भयभीत नहीं हैं कि असामजिक तत्व उनकी हत्या कर देंगे परन्तु उन्हें भय है कि अगर उन पर हमला किया गया और उन्होंने आत्मरक्षा हेतु प्रयास किया तो हरिद्वार पुलिस और प्रशासन उन्ही पर मुकदमा दर्ज कर जेल भिजवा देगी।
More Stories
उत्तराखंड: अप्रैल और मई महीने में गर्मी सताएगी, मैदान से लेकर पहाड़ तक चढ़ेगा पारा
मौसम अपडेट : उत्तराखंड में मौसम 17 मार्च तक रहेगा खराब
रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा, हादसे में तीन युवकों की मौके पर मौत