उत्तराखंड में 14 फरवरी को वोटिंग के उत्साह में कोविड संक्रमण के लिहाज़ से होने वाले टेस्ट की संख्या में काफी घट गई. वोटिंग के दिन राज्य में नए केसों की संख्या 161 दर्ज की गई और 2 मौतें भी हुईं. इधर, सोमवार को राज्य भर में केवल 9411 टेस्ट हुए और रविवार को 13 हज़ार से कुछ ज़्यादा. यह संख्या इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि कुछ ही समय पहले तक उत्तराखंड 19,000 टेस्ट प्रतिदिन हो रहे थे.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कम टेस्टिंग होने के सिलसिले को लगातार अगर जारी रखा गया, तो यह राज्य के स्वास्थ्य संबंधी हालात पर नकारात्मक असर ही डालेगा. सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के अनूप नौटियाल के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया कि चुनाव ड्यूटी में कई डॉक्टरों को तैनात किया गया, इससे तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाती है. ‘लेकिन इसे एकाध दिन की बात समझा जा सकता है, इसे नियमित प्रैक्टिस बनाना वाजिब नहीं होगा.’
उत्तराखंड में 14 फरवरी के कोविड डेटा में बताया गया है कि राज्य में 6275 एक्टिव केस हैं और संक्रमण दर 1.44 फीसदी है. 24 घंटों के आंकड़ा में जो दो मौतें हुई हैं, वो दोनों ही देहरादून में हुई हैं. अगर इस साल के शुरुआती 45 दिनों के आंकड़ों को देखा जाए, तो 1 जनवरी से अब तक कुल 88,681 केस आए हैं और कुल 235 मौतें हो चुकी हैं. इसके साथ ही, हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक वोटिंग के दिन कुल 1136 लोगों को उत्तराखंड में वैक्सीन के डोज़ लगाए गए.
More Stories
उत्तराखंड: अप्रैल और मई महीने में गर्मी सताएगी, मैदान से लेकर पहाड़ तक चढ़ेगा पारा
मौसम अपडेट : उत्तराखंड में मौसम 17 मार्च तक रहेगा खराब
रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा, हादसे में तीन युवकों की मौके पर मौत