देहरादून में कोरोना बेकाबू होने लगा है। देहरादून में 24 घण्टे में 325 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिले में संक्रमण दर 12 फीसदी के पार पहुंच गई है। हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक जिले में 24 घण्टे में 3554 लोगों की जांच कराई गई। इनमें से 325 संक्रमित मिले हैं। जिले में सक्रिय केस भी बढ़कर अब 866 पहुंच गए हैं। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राजीव दीक्षित ने कहा कि लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है। जांच की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है।
संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को ट्रेस कर उनकी सैंपलिंग कराई जा रही है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. दिनेश चौहान ने बताया कि शुक्रवार को 20085 किशोरों को वैक्सीन लगी। सरकारी दफ्तरों में भीड़ पर नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। पब्लिक से सीधे जुड़े कार्यालयों में भीड़ रोकने के लिए गेट पर पूछताछ की जाएगी। जरूरी काम वालों को ही प्रवेश दिया जाएगा। वहीं इस दौरान मास्क पहनना जरूरी होगा। जिनके पास मास्क नहीं होगा उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उधर, सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों ने लोगों से अब दूरी बनानी शुरू कर दी है।
उत्तराखंड में हाल के दिनों में कोरोना के सबसे ज्यादा केस देहरादून में सामने आ रहे हैं। ऐसे में आमजन के साथ ही सरकारी कर्मचारियों में डर बढ़ना लाजमी है। खासकर उन विभागों के कर्मचारियों में जहां पब्लिक का सीधा दखल होता है। गुरुवार को सचिवालय में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक का आदेश जारी किया गया है। देहरादून जिले में पब्लिक के सीधे प्रवेश वाले दफ्तरों को संक्रमण से बचने की तैयारी भी शुरू हो गई है। जिलाधिकारी ने ऐसे दफ्तरों में बिना मास्क लोगों को प्रवेश नहीं देने का निर्देश दिया है। वहीं प्रवेश गेट पर सेनेटाइजर रखने और कर्मचारियों को मास्क पहने रखने का निर्देश दिया है।
बाजारों में लगेंगे मास्क नहीं तो एंट्री नहीं के बोर्ड
जिला अधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि बाजार में चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे। इसमें लिखा होगा मास्क नहीं तो एंट्री नहीं। इस तरह के स्टैंडिंग बोर्ड सभी बाजारों में लगवाए जाएंगे। भीड़ वाले स्थानों पर बिना मास्क के लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। लोग बिना मास्क दुकानों पर पहुंचे और ऐसा मिला तो दुकान संचालक के खिलाफ कार्रवाई होगी।
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन में हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं। इसे लेकर लोग लापरवाही बरत रहे हैं। जिस पर विशषज्ञों ने चिंता जाहिर की है। दून मेडिकल कॉलेज के नोडल अधिकारी डा. अनुराग अग्रवाल और एचओडी मेडिसन डा. नारायजीत सिंह का कहना है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट में लक्षण हल्के हैं और मारक क्षमता कम है। लेकिन इसका प्रसार बहुत तेज है। अभी भी डेल्टा और डेल्टा प्लस के मामले सामने आ रहे हैं। इसीलिए उन वेरिएंट से भी सावधान रहना होगा। मास्क एवं सामाजिक दूरी का पालन करना है। यदि संक्रमित हो जाएं तो डाक्टर का परामर्श लेकर उपचार शुरू करना है।
शासन के कई दफ्तरों में सीधे पब्लिक का प्रवेश होता है। इससे कर्मचारियों में संक्रमण का डर रहता है। भीड़ रोकने के लिए डीएम से निवेदन किया जाएगा।
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