उत्तराखंड की शैक्षिक रैंकिंग प्रदेश के 2200 स्कूलों से तय होगी। राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) के तहत राज्य के 17 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों में एनएसए के लिए 2200 स्कूलों के छात्रों का चयन किया गया है। 12 नवंबर को इन स्कूलों में कक्षा तीन, पांच, आठ और 10 वीं के छात्रों की हिंदी, गणित, पर्यावरण अध्ययन सामाजिक विज्ञान विषय में परीक्षा ली जाएगी। महानिदेशक-शिक्षा बंशीधर तिवारी ने परीक्षा कार्यक्रम जारी करते हुए सभी सीईओ को तैयारी करन के निर्देश दिए हैं।
देश के सभी राज्यों की रैंकिंग तय होगी: एनएसए राष्ट्रीय पर कराया जा रहा है। इससे पहले वर्ष 2017 में एनएएस की परीक्ष हुई थी। इस बार सरकार ने इसमें बड़ा बदलाव किया है। पहले राज्य स्थानीय स्तर पर एससीईआरटी मूल्यांकन करता था। पर इस बार सीबीएसई इनका मूल्यांकन करेगा। रिजल्ट की पारदर्शिता के लिए यह व्यवस्था की गई है। इसके नतीजों के आधार पर राज्यों में शिक्षा के स्तर की आंकलन किया जाएगा। भविष्य में इसी आधार योजनाएं भी बनाई जाएंगी।
कक्षा तीन और पांच में पर्यावरण अध्ययन, हिंदी और गणित की परीक्षा होगी। जबकि कक्षा आठ में हिंदी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान को रखा गया है। दसवीं कक्षा के छात्रों को हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के साथ साथ अंग्रेजी का इम्तहान भी देना होगा।
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