देहरादून, आज की सबसे बड़ी खबर नहीं रहे चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदरलाल बहुगुणा कोरोना के चलते पिछले कई दिनों से एम्स में हो रहा था उनका इलाज लेकिन आज उनका निधन हो गया आपको बता दें 94 साल के सुंदरलाल बहुगुणा का नाम पर्यावरण के क्षेत्र में बेहद इज्जत से लिया जाता है उनके जाने से उत्तराखंड को एक बड़ी क्षति पहुंची है
More Stories
उत्तराखंड: अप्रैल और मई महीने में गर्मी सताएगी, मैदान से लेकर पहाड़ तक चढ़ेगा पारा
मौसम अपडेट : उत्तराखंड में मौसम 17 मार्च तक रहेगा खराब
रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा, हादसे में तीन युवकों की मौके पर मौत