वन एवं पर्यावरण मंत्री हरक सिंह रावत ने ऋषि गंगा और रैणी गांव में आई आपदा को लेकर देहरादून के मंथन सभागार में वन विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा की वन विभाग विश्व विख्यात पर्यावरण प्रेमी गौरा देवी के पैतृक गांव रैणी समेत तमाम आपदा प्रभवित गांवों का वन पंचायत के माध्यम से अलग कार्य योजना बनाकर विकास करेगी।
वन मंत्री ने अपने बयान में कहा की पर्यावरण प्रेमी स्वर्गीय गौरा देवी ने पर्यावरण की जागरूकता के लिए जो काम किया है उससे उत्तराखंड और हमारे देश का नाम विश्व में पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रसिद्ध हुआ है। इस प्राकृतिक आपदा की समय में वन विभाग द्वारा प्रभावित क्षेत्रों को हर संभव मदद दी जाएगी। बैठक के दौरान प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी समेत वन विभाग के कई ऑफिसर मौजूद रहे।
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