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कृषि अधिनियमों का विरोध कर कांग्रेस अपने बुने जाल में खुद फँस रही है , हस्ताक्षर अभियान से कुछ नहीं होगा : भाजपा


देहरादून-

भाजपा का कहना है कि किसान हित में बनाए गए कृषि अधिनियमों का विरोध कर कांग्रेसी अपने बुने जाल में खुद फँसती जा रही है। इससे पहले देश हित के कई मामलों का विरोध कर कांग्रेस मुँहकी खा चुकी हैं।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ देवेंद्र भसीन ने कहा कि मोदी सरकार के देश व जनहित के सभी निर्णयों का विरोध करने की आदत बना चुकी कांग्रेस कृषि अधिनियमों का भी विरोध कर रही है और पहले की भाँति अपने ही बुने जाल में फँसती जा रही है। कांग्रेस द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाने के निर्णय पर डॉ भसीन ने कहा कि इससे कुछ होने वाला नहीं है।आज अधिकांश किसान इस बात को समझ चुका है कि कृषि अधिनियम उनके हित में है। बाक़ी कांग्रेस द्वारा जो झूठ फैलाया जा रहा है उस पर प्रधानमंत्री जी स्वयं व अन्य नेता स्थिति साफ़ कर चुके और अब भाजपा संगठन भी इस भ्रम को पूरी तरह दूर करने के लिए अभियान चलाने जा रहा है । उत्तराखंड के विशेष संदर्भ में प्रदेश अध्यक्ष श्री बंशी धर भगत के निर्देश पर किसान मोर्चा पूरे प्रदेश में सभी 2200 शक्ति केंद्रों पर अक्तूबर में किसानों से संवाद करने का कार्यक्रम संचालित करेगा।
उन्होंने कहा कि किसानों को समझ में आ रहा है कि कांग्रेस एम एस पी व मंडियाँ समाप्त करने का जो प्रचार कर रही है वह झूठ है। जबकि न एम एस पी हट रही है और न मंडियाँ ख़त्म की जा रही हैं। वस्तुतः ये अधिनियम किसान को बंधनों से आज़ादी व अपनी आमदनी बढ़ाने का मौक़ा दे रहे हैं। इस पर कांग्रेस द्वारा चुनाव में इन बिलों का वायदा करने और अब विरोध किए जाने से साफ़ है कि कांग्रेस की कथनी व करनी में फ़र्क़ है।
डॉ भसीन ने कहा कि हर अच्छी बात जा विरोध करना कांग्रेस की आदत बन गई है। चाहे श्री राम न मंदिर निर्माण हो, सर्जिकल स्ट्राइक हो , वन रेंक वन पेंशन हो या कोई अन्य सुधार , कांग्रेस हमेशा विरोध में खड़ी रही ।अब नया मामला कृषि व श्रम सुधार हैं ।कांग्रेस अपनी इस विरोधी प्रवृति के कारण ही सिमटती जा रही है और आने वाले दिनों में और सिमट जाएगी ।

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