मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने सोसल मीडिया अकाउंट के जरिये हिमालय दिवस की सुभकामनाएँ दी ओर साथ ही हिमालय संरक्षण की अपील भी की, उंन्होने कहा कि हिमालय भारतीय सभ्यता और संस्कृति का आधार है। यह हमारा भविष्य और विरासत दोनों ही है। हिमालय अपनी नदियों और जलवायु से पूरे विश्व को एक सूत्र में पिरोता है। मानव सभ्यता के लिए हिमालय का संरक्षण बहुत जरूरी है। हिमालय का संरक्षण का तात्पर्य यहां के पहाड़, ग्लेशियर, नदियों, तालाबों, झीलों, जलस्त्रोतों, वनस्पति, वन्य जीवों का संरक्षण है। आज का दिन हिमालय दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हिमालय के सरोकारों को चिन्हित करने और फिर उसके मुताबिक अपनी जीवन शैली में बदलाव कर हिमालय संरक्षण का संकल्प लेने का दिन है।
आइये, मिलकर हिमालयी क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें, जल संरक्षण करें तथा जैव विविधता को बनाये रखें। जन सहभागिता से ही हिमालय संरक्षण संभव है।
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