उत्तराखंड में भारी बरसात लोगाें के लिए मुसीबत बनती जा रही है। चमोली जिले में स्थित द्वारीपैरा और ग्लेशियर प्वाइंट पर भूस्खलन के बाद फूलों की घाटी की यात्रा दूसरे दिन बंद होने के बाद सोमवार को शुरू हो गई। पर्यटकों को घाटी में जाने की अनुमति दी जा रही है।प्रशासन ने जानकारी देते हुते बताया कि फूलों की घाटी क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण द्वारीपैरा व ग्लेशियर प्वाइंट पर भूस्खलन से पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था।
द्ववारी पैरे से लगातार भूस्खलन होने के चलते भी पैदल रास्ता बनाने का कार्य बाधित हो रहा था। फूलों की घाटी का दीदार करने पहुंचे 250 पर्यटक बेस कैंप घांघरिया में पैदल रास्ता खुलने का इंतजार कर रहे थे।
विश्व धरोहर फूलों की घाटी में द्ववारी पैरा भूस्खलन जोन खतरनाक साबित हो रहा है। यहां पर लगातार पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। वन विभाग की टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया, परंतु भारी वर्षा के चलते उन्हें बैरंग ही लौटना पड़ा। रविवार को घांघरिया स्थित फूलों की घाटी गेट पर 150 पर्यटकों को रोका गया था। दो दिनों में घाटी जाने के लिए पहुंचे पर्यटकों की संख्या 250 हो गई है। ये पर्यटक रास्ता खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
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