चारधाम यात्रा अपने चरम पर है। लेकिन मौसम की बेरूखी तीर्थयात्रियों की दुश्वारियां बढ़ा रहा है। यमनोत्री धाम की यात्रा पर आए दो तीर्थयात्रियों की हृदय गति रुकने के कारण मौत हो गई है। इसके साथ ही केदारनाथ मार्ग पर पत्थर गिरने के कारण एक तीर्थयात्री घायल हो गया है।
चारधाम यात्रा में मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। मौसम के खराब होने के कारण भी तीर्थयात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को यमनोत्री धाम की यात्रा पर आए दो तीर्थयात्रियों की मौत हो गई।
शुक्रवार को यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए संग्राम वीराभद्रा पोंगले (63) पुत्र वीराभद्रा पोंगले निवासी नया बाडगांव रोड सांई धाम लातुर महाराष्ट्र यमुनोत्री दर्शन के लिए जाते समय पालीगाड़ के पास हृदय गति रुकने से मौत हुई। जबकि कान्तराज अरस (72) पुत्र कृष्ण राज अरस, ग्राम कुडलूर तालूक चेनापटटा, जिला रामनगर कर्नाटक की जानकीचट्टी में देर रात को मौत हुई है।
अब तक 17 यात्रियों की गई जान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक चारधाम यात्रा में अब तक 17 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इन सभी की मौत हृदय गति रुकने के कारण हुई है।
वहीं केदारनाथ यात्रा के दौरान पहाड़ी से पत्थर गिरने से घायल एक श्रद्धालु को घायल अवस्था में हेली एंबुलेंस के जरिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है। केदारनाथ यात्रा के दौरान गुरुवार की सुबह करीब 10:00 बजे सीतापुर, सोनप्रयाग से एक पेशेन्ट हेली एम्बुलेंस के माध्यम से एम्स लाया गया। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि डा. मानस मदान (44 वर्ष) निवासी अमृतसर, पंजाब के सिर में पत्थर लगने से चोट लगी है।
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