मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज जौलीग्रान्ट में एसडीआरएफ के नवनिर्मित मुख्यालय भवन एवं फायर स्टेशन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ के जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। लोकार्पण के दौरान क्षेत्रीय सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक और विधायक बृजभूषण गैरोला भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 11 हजार फीट से अधिक ऊँचाई पर किए जाने वाले रेस्क्यू कार्यों के लिए एसडीआरएफ में कार्य करने वाले राजपत्रित अधिकारियों को अर्द्धसैनिक बलों की तर्ज पर 1500 रुपए एवं अराजपत्रित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को रुपए 1000/दिन जोखिम भत्ता प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रबन्धन में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाए जाने के उद्देश्य से एसडीआरएफ की छठी कम्पनी गठित की जाएगी, जिसमें प्राथमिकता के आधार पर एक-तिहाई महिला कार्मिकों की नियुक्ति की जाएगी। SDRF में प्रतिनियुक्ति की समयावधि 07 वर्ष से बढ़ाकर 10 वर्ष की जाएगी।
जून 2013 में केदारनाथ में आए भयंकर जलप्रलय में सेना ने रेस्क्यू कर लोगों को देहरादून एयरपोर्ट पहुंचाया था। उस समय पूरा रेस्क्यू ऑपरेशन देहरादून एयरपोर्ट से संचालित किया गया था। उस समय एयरपोर्ट की भूमि पर सेना के अस्थायी ऑफिस और आवास बनाए गए थे।
एसडीआरएफ की आवश्यकता महसूस होने पर 2014 में प्रदेेश सरकार ने एसडीआरएफ का गठन कर एयरपोर्ट के पास थानो वन रेंज की भूमि उपलब्ध कराई थी। अब यहां एसडीआरएफ की भूमि पर ऑफिस और आवासीय कॉलोनियों का निर्माण हो चुका है। सभी निर्माण कार्य पूरे कर लिये गए हैं। एसडीआरएफ मुख्यालय बनने के बाद पूरे प्रदेश में आपदा और दूसरे रेस्क्यू कार्यों में तेजी आएगी।
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