देहरादून महानगर सिटी बस सेवा महासंघ ने एक ही फिटनेस सेंटर में जांच के लिए गढ़वाल के सभी वाहनों को भेजे जाने का विरोध किया है। महासंघ के मुताबिक, इसके विरोध में 29 नवंबर को परिवहन व्यवसायी विधानसभा का घेराव कर चक्का जाम करेंगे।
ट्रांसपोर्टरों ने कहा कि लखनऊ की कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए परिवहन विभाग के अधिकारियों ने फिटनेस स्टेशन बनाया है और वाहनों को वहां ले जाने का दबाव भी डाला जा रहा।
मुख्यमंत्री ने किया था आटोमेटेड फिटनेस स्टेशन का उद्घाटन
डोईवाला के लालतप्पड़ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वाहनों की फिटनेस के लिए पीपीपी मोड पर बनाए गए आटोमेटेड फिटनेस स्टेशन का उद्घाटन किया था। इस स्टेशन के बनने के बाद आरटीओ कार्यालय में हो रहा फिटनेस कार्य रोक दिया गया।
ट्रांसपोर्टर शुरुआत से इसका विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि डोईवाला तक जाने में डीजल खर्च अधिक हो रहा और प्रत्येक वाहन पर पांच से छह हजार रुपये अतिरिक्त लग रहे। इसके विरोध में ट्रांसपोर्टरों ने एक रोज पहले शुक्रवार को परिवहन मुख्यालय का घेराव कर परिवहन आयुक्त से मुलाकात भी की थी, लेकिन आयुक्त ने निर्णय रोकने से इन्कार कर दिया।
शनिवार को देहरादून सिटी बस सेवा महासंघ के कार्यालय में जिले के ट्रांसपोर्टरों ने संयुक्त प्रेस वार्ता की। सिटी बस महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने कहा कि परिवहन अधिकारी केंद्र सरकार के दिए आदेशों का भी पालन नहीं कर रहे।
केंद्र ने आदेश दिया है कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की अधिसूचना को लागू करने में परिवहन आयुक्त कार्यालय असमर्थता जता रहा है। जबकि, केंद्र की गाइडलाइन में स्पष्ट है कि भारी वाहनों के लिए फिटनेस सेंटर अनिवार्य रूप से एक अप्रैल 2023 से और छोटी गाड़ियों के लिए एक जून 2024 से फिटनेस सेंटर शुरू होने चाहिए।
इसके विरोध में ट्रांसपोर्टरों ने मंगलवार को चक्का जाम व विधानसभा कूच करने का एलान किया है। इसमें सिटी बस, निजी बस यूनियन, दून-डाकपत्थर बस यूनियन, ट्रक यूनियन, आटो यूनियन, टाटा मैजिक व टैक्सी-मैक्सी कैब यूनियन, विक्रम यूनियन समेत जिले की 20 यूनियन शामिल हैं।
29 नवंबर को प्रदेश में टैक्सी मैक्सी महासंघ करेगी चक्काजाम
उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सुंदर सिंह पंवार ने 29 नवंबर को मसूरी में टैक्सी, मैक्सी, जीप, सिटी बस, ट्रक्र, आटो, बिक्रम तथा ट्रांसपोर्ट से संबंधित सभी प्रकार के वाहनों का संचालन पूरी तरह से बंद रखने की अपील की है।
पंवार ने कहा कि 10 साल पुरानी गाड़ियों को भी सड़कों पर चलाने की पाबंदी लगाने और फिटनेस सेंटर डोईवाला बनाने समेत अन्य समस्याओं के विरोध में 29 नवंबर को उत्तराखंड में सभी प्रकार के वाहनों का चक्का जाम और विधानसभा के घेराव का फैसला लिया गया है।
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