दून व आसपास के मरीजों को एक बड़ी सौगात मिल गई है। दून मेडिकल कॉलेज की नई ओटी, आईसीयू व इमरजेंसी बिल्डिंग का लोकार्पण किया। सात साल से बिल्डिंग का निर्माण चल रहा था। एनएचएम के माध्यम से प्रदेश में लगभग 12 हजार आशा वर्कर तैनात हैं। इनके माध्यम से मातृ-शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण करने के अलावा स्वास्थ्य संबंधित डाटा तैयार किया जाता है।
आशा वर्करों के काम की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग ने संगिनी एप तैयार किया है। इस से उच्च अधिकारी उनके काम की मॉनीटरिंग करेंगे। काम के आधार पर उन्हें हर महीने ऑनलाइन भुगतान किया जाएगा। इसके लिए आशा वर्करों को कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। एनएचएम के तहत आशा वर्करों को स्मार्ट फोन भी दिए जा रहे हैं।
प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि डिप्टी एमएस डा. धनंजय डोभाल की अगुवाई में ओटी, निक्कू, पीकू आदि यहां शिफ्ट कर दिए गए हैं। बाकी शिफ्टिंग की जा रही है। इसके अलावा पंजीकरण, बिलिंग व आयुष्मान योजना के काउंटर भी यहां शुरू कर दिए गए हैं।
यहां माड्यूलर आपरेशन थिएटर तैयार किए गए हैं। ये ओटी उच्च स्तरीय मानकों के अनुसार बनाए गए हैं। जिनमें डिजिटल व हाईटेक उपकरण, बैक्टीरिया, वायरस से बचाव के लिए हेपा फिल्टर, आर्द्रता व तापमान नियंत्रित करने की व्यवस्था आदि शामिल है।
एएनसी-पीएनसी वार्ड भी यहीं संचालित किए जाएंगे। कहा कि केंद्रीयकृत आइसीयू, इमरजेंसी, ट्रामा, बर्न यूनिट नई बिल्डिंग में शुरू होने से मरीजों को राहत मिलेगी। बता दें, पिछले दो सालों से कई बार इस बिल्डिंग की डेडलाइन बदली गई है।
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