हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में अमर्यादित भाषण देने के मामले में तीन महीने की अंतरिम जमानत अवधि पूरी होने के बाद शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। अदालत ने जितेंद्र नारायण त्यागी को रोशनाबाद स्थित जेल भेजा है। जिला जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से त्यागी जेल में अलग बैरक में रहेंगे।
जितेंद्र नारायण त्यागी ने कहा कि चार महीने जेल में रहा, मैंने उन गुनाहों का पश्चाताप कर रहा हुं जो मैंने कभी किया ही नहीं। क्योंकि मैं एक हिंदू हूं और मैं इस पर गर्व करता हूं। मुझे मेरी जान का भी खतरा है, क्योंकि जो कहते हैं सर तन से जुदा वो मारना ही जानते हैं। खतरा हर जगह है और जब तक मैं जिंदा हूं तब तक खतरा बना ही रहेगा।
17 से 19 दिसंबर 2021 को हरिद्वार के वेद निकेतन में धर्म संसद आयोजित हुई थी। आरोप है कि इसमें एक समुदाय को खत्म करने जैसी बातें कही गईं। ज्वालापुर निवासी गुलबहार खां ने हरिद्वार शहर कोतवाली में 23 दिसंबर 2021 को करीब 10 धर्मगुरुओं के खिलाफ हेट स्पीच मामले में मुकदमा करवाया था। इसमें जितेंद्र नारायण त्यागी का नाम भी था।
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