देश के कई राज्यों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की वजह से अब तक 50 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा कई लोगों के फंसे होने की भी संभावना है। जो मौते हुई हैं उसमें ज्यादातर लोग हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और ओडिशा के हैं। ये तीन ऐसे प्रमुख राज्य हैं जो फिलहाल कुदरत के कहर की मार झेल रहे हैं। मृतकों में 22 लोग अकेले हिमाचल प्रदेश के हैं. उत्तराखंड-ओडिशा में चार-चार और झारखंड में भी एक व्यक्ति की मौत हुई है. हिमाचल प्रदेश में ही पिछले 24 घंटे में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं में कम से कम 22 लोगों की जान गयी है. मरने वालों में आठ एक ही परिवार के हैं. प्रदेश में दस लोग इन हादसों में घायल हुये हैं.
हिमाचल राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मंडी, कांगड़ा और चंबा जिलों में हुआ है. उन्होंने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान मौसम संबंधी 36 घटनाएं दर्ज की गई हैं.
उन्होंने कहा कि मंडी में मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और शोघी में शिमला-चंडीगढ़ राजमार्ग सहित 743 सड़कों को जलभराव के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गया है. मंडी जिले के उपायुक्त ने बताया कि अकेले मंडी जिले में बाढ़ और भूस्खलन के कारण 13 लोगों की मौत हो गई और छह लोग लापता हो गए. बता दें कि प्रदेश के कांगड़ा में चक्की पुल शनिवार को भारी बारिश के कारण गिर गया, जिससे पठानकोट और जोगिंदरनगर के बीच ट्रेन सेवा बाधित हो गई.
कितना नुकसान हुआ?
उत्तराखंड में, शनिवार को बादल फटने की एक घटना में चार लोगों की मौत हो गई और 13 लापता हो गए क्योंकि नदियों ने किनारों को तोड़ दिया और कुछ घर बह गए। बचाव दल फंसे हुए लोगों को बाहर निकाल रहे। इससे कई गांवों से लोगों को निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा. पानी से अधिक नुकसान होने के मद्देनजर परिवहन के हिसाब से कई सड़कों को अवरुद्ध कर दिया गया, जबकि उत्तराखंड के पौड़ी जिले में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया.
बारिश ने पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों को भी प्रभावित किया, ओडिशा में जारी मूसलाधार बारिश के बीच कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। ओडिशा में बाढ़ से लगभग 8 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और हजारों लोग अपने घरों से विस्थापित हुए हैं, बारिश से बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हुई है, और सड़क के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। राज्य ने अब तक प्रभावित क्षेत्रों से 120,000 लोगों को निकाला है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरे दबाव के कारण हुई भारी वर्षा और बाद में झारखंड से गलुडीह बैराज से बाढ़ का पानी छोड़े जाने के कारण उत्तरी ओडिशा की सभी नदियां उफान पर आ गई हैं।
5. झारखंड के रामगढ़ जिले में शनिवार को उफनती नलकारी नदी के पानी में पांच लोग बह गए। रामगढ़ जिले के एक अधिकारी माधवी मिश्रा ने कहा कि अब तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं।
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