केंद्र सरकार और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार नई दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के निर्माण में जुटे अफसरों और इंजीनियरों ने डाटकाली मंदिर के पास 340 मीटर लंबी सुरंग की खुदाई का काम रिकॉर्ड समय में पूरा कर लिया है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे समय पर तैयार होगा. इसके बनने से दिल्ली, देहरादून के अलावा उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शहरों के लोगों का आवागमन आसान होगा. एक्सप्रेसवे में कई जगह इंटरचेंज बनाए जा रहे हैं, जिससे एक्सप्रेसवे का लाभ रास्ते में पड़ने वाले कई शहरों को भी मिल सके. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक्सप्रेसवे की प्रगति के संबंध में जानकारी दी है.
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे की लंबाई 210 किमी. है. एक्सप्रेसवे बनने के बाद सहारनपुर, बड़ौत,मेरठ, बागपत, यमुनानगर, मुजफ्फरनगर, शामली, हरिद्वार, शामली और हरियाणा के यमुनानगर के लोगों को आवागमन में सुविधा होगी. एक्सप्रेसवे पर चढ़ने उतरने के लिए इंटरचेंज बनाए जा रहे हैं. सड़क परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार यह एक्सप्रेसवे समय पर तैयार कर लिया जाएगा. एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर देहरादून तक जाएगा.
प्राधिकरण के अफसरों के मुताबिक, नई दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने के बाद देहरादून से नई दिल्ली का सफर दो से ढाई घंटे में पूूरा किया जा सकेगा। परियोजना के पूरा होने से जहां लोगों को उच्च स्तरीय यातायात की सुविधाएं मिलेंगी, वहीं राज्य की आर्थिकी को भी रफ्तार मिलेगी।
6 लेन एक्सेस कंट्रोल्ड इस हाईवे को दिल्ली से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सीमाओं में बनना है, जो भारतमाला परियोजना का हिस्सा है. एक्सप्रेसवे से हरिद्वार को कनेक्ट करने के लिए 6 लेन रोड के निर्माण किया जा रहा है.
एक्सप्रेसवे पर एक नजर
6 लेन का एक्सप्रेसवे पर 25 किलोमीटर की एलिवेटेड रोड होगी
कुल 14 सुरंगे बनेंगी.
एक्सप्रेस वे डिज़ाइन इस तरह किया जा रहा है, यहां वाहनों की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा रहे.
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