उत्तराखंड में जारी बिजली संकट को लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार को कठघरे में किया है। गुरुवार को आर्य ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान जनता के 24 घंटे बिजली देने का वादा पूरी तरह से फेल साबित हो गया है। परीक्षाओं के दौरान बिजली कटौती से छात्र से परेशान हैं। तो किसानों को भी बिजली की कमी के कारण खेतीबाड़ी में समस्या आ रही है। उद्योगों पर बिजली कमी होने से उद्योग जगत भी प्रभावित है।
नतीजा यह है कि बेरोजगारी और महंगाई भी बढ़ने लगी। आर्य ने कहा कि भाजपा ने चुनाव के वक्त बहुत बड़े-बड़े वायदे किए थे। कहा था कि महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार घटाएंगे। लेकिन हुआ कुछ भी नहीं। उल्टे भाजपा ने दोबारा सत्ता में आते ही आम जनता का उत्पीड़न शुरू कर दिया है।
भाजपा सरकार बनते ही तोहफ़े स्वरूप बिजली के दामों को भारी इजाफा किया है. अब जनता को बिजली के ज्यादा दाम देने पड़ेंगे. विद्युत नियामक आयोग ने बिजली दरों का टैरिफ प्लान जारी किया है. उत्तराखंड में बिजली दरों में 2.68 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है. BPL श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए चार पैसा प्रति किलोवाट दाम बढ़े हैं. डोमेस्टिक श्रेणी में 15 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई. कमर्शियल श्रेणी में 16 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि हुई. इंडस्ट्रीज श्रेणी में 15 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है. राज्य सरकार ने नए कनेक्शन की दरों में भी बढ़ोतरी की है. नए कनेक्शन लेने में 60 से 80 रुपये की बढ़ोतरी हुई.
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