संसद के शीतकालीन सत्र में बुधवार को भी हंगामे के आसार दिखाई दे रहे हैं। विपक्ष लगातार अपने 12 सांसदों के निलंबन पर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। मंगलवार को विपक्ष ने इस मुद्दे पर मार्च भी किया। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार उनके उठाए मुद्दों पर ध्यान नहीं देना चाहती है। उन्होंने ये भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी सदन में आते नहीं है। इस तरह से लोकतंत्र को नहीं चलाया जा सकता है।
इस बीच मंगलवार संसद में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निदेशकों के कार्यकाल की वर्तमान सीमा दो साल से बढ़ा कर पांच साल तक करने के प्रावधान वाले विधेयकों मंजूरी मिल गई। विपक्ष की अनुपस्थिति में राज्यसभा में ये विधेयक पास कर दिया गया। इसके अलावा मंगलवार को ‘दिल्ली विशेष पुलिस स्थापन (संशोधन) विधेयक 2021’ और ‘केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) विधेयक 2021’ को भी पास कर दिया गया है। ये दोनों विधेयक नौ दिसंबर को पारित हो चुके हैं।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते के साथ ही विपक्षी सांसदों ने लखीमपुर कांड पर हंगामा शुरू कर दिया। स्पीकार ओम बिरला ने सांसदों को शांत कराने और अपनी सीट पर बैठने की कई बार अपील भी की। उन्होंने कहा कि सभी को बोलने का मौका दिया जाएगा। आज कई महत्वपूर्ण बिलों पर चर्चा होनी है लिहाजा सांसद सहयोग करें। बता दें कि विपक्ष लगातार अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग कर रहा है।
राज्यसभा में भी यही हाल रहा। इसके बाद सदन की कार्यवाही को 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
लोकसभा में भी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष ने काफी हंगामा किया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राहुल गांधी ने मांग की कि प्रधानमंत्री को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री से इस्तीफा लेना चाहिए या उन्हें बर्खास्त करना चाहिए।
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