गुरुवार को हरिद्वार कुंभ की औपचारिक शुरुआत हो गई, लेकिन कोरोना संक्रमण की एक बार फिर बढ़ती रफ़्तार ने श्रद्धालुओं के यहाँ पहुँचने की रफ़्तार को काफ़ी धीमा कर दिया है.
कुंभ जैसी भीड़ न तो सड़कों पर दिख रही है, न ही मेला क्षेत्र में और न ही हरिद्वार के मुख्य घाट हर की पैड़ी पर.
हरिद्वार की सभी सीमाओं पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की गहन जाँच की जा रही है, ताकि कोविड संक्रमित कोई व्यक्ति मेला क्षेत्र और हरिद्वार शहर में प्रवेश न करने पाए.
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद राज्य सरकार ने स्पष्ट गाइडलाइन जारी की है कि बाहर से आऩे वाले, ख़ासकर कोरोना संक्रमण से सबसे ज़्यादा प्रभावित 12 राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट का प्रमाणपत्र दिखाना अनिवार्य होगा.
More Stories
उत्तराखंड: अप्रैल और मई महीने में गर्मी सताएगी, मैदान से लेकर पहाड़ तक चढ़ेगा पारा
मौसम अपडेट : उत्तराखंड में मौसम 17 मार्च तक रहेगा खराब
रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा, हादसे में तीन युवकों की मौके पर मौत