उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से जानकारी दी कि बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए हर साल सितंबर में पोषण माह आयोजित होता है। इस वर्ष उच्च पोषण क्षमता वाले स्थानीय अनाजों व दालों को प्रोत्साहित करने हेतु #LocalForPoshan का संकल्प लिया गया है। उत्तराखंड में पहले से ही भट्ट, गहथ, मंडुआ,जौ,चौलाई आदि उच्च पोषण क्षमता वाले अनाजों व दालों से बने उत्पाद कुपोषित बच्चों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर दिए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम को ‘अम्मा की स्मृतियों से’ नाम दिया गया है। इसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर खाद्यान्नों से बनने वाले परंपरागत व्यंजनों को बनाने की तकनीक को नई पीढ़ियों तक हस्तांतरित करने के साथ ही इन व्यंजनों की पौष्टिकता के बारे में जागरूक करना भी है।
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